एक चिंतन//किसी का अनावश्यक अपमान ना करें , क्योंकि “याद रखें दर्पण भी सुंदर तभी तक दिखता है जब तक वह टूटटा नहीं, टूटने के बाद एक धारदार हथियार बन जाता है..किताबों के साथ-साथ लोगों को भी पढ़े ,क्योंकि “किताबें ज्ञान देती है और लोग अनुभव…
एक चिंतन…………………………किसी का अनावश्यक अपमान ना करें ," क्योंकि "________याद रखें दर्पण भी सुंदर तभी तक दिखता है जब तक वह टूटटा नहीं, टूटने के बाद एक धारदार हथियार बन…