श्रीमद्भगवद्गीता श्लोक १५-३ पर विशेष बात जब मनुष्य स्वयं यह अनुभव कर लेता है कि ‘मैं शरीर नहीं हूँ; शरीर…
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श्रीमद्भगवद्गीता श्लोक १५-३ पर विशेष बात जब मनुष्य स्वयं यह अनुभव कर लेता है कि ‘मैं शरीर नहीं हूँ; शरीर…
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मन में उत्पन्न नकारात्मक भाव दिखते नहीं पर जीवन को निगल जाते हैं, इनसे बचें=======================⭕मानव मन की नकारात्मक ऊर्जा, जैसे…
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ऊपरवाला जिन्हे खून के रिश्ते में बांधना भूल जाता है,उन्हें सच्चे मित्र बनाकर अपनी भूल सुधार देता हैजिनके पास अपने…
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“जीवन की सुरक्षा के लिए भोजन वस्त्र मकान यान इत्यादि भौतिक वस्तुएं आवश्यक हैं। इनके बिना जीवन सुख पूर्वक नहीं…
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🚩 भगवान श्री कृष्ण हमारी सहनशीलता यदि अधर्म को प्रश्रय दे रही हो तो वो स्वयं के साथ साथ सम्पूर्ण…
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मनुष्य अपनेमें कमीका अनुभव करता है तो दूसरोंका सहारा लेता है। जबतक यह परमात्माका आश्रय नहीं लेगा, तबतक उसकी कमी…
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अपने हृदय में परमात्मा को अपनी पूरी शक्ति से पकड़ कर रखो, उन्हें कभी भी छोड़ो मत। उन्हें पकड़ कर…
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निधिवन .निधिवन, वृंदावन का वह पवित्र स्थान है, जो भगवान श्रीकृष्ण और राधा रानी की अनंत लीलाओं का साक्षी माना…
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श्री कृष्ण जन्माष्टमी व्रत कथा? जन्माष्टमी स्कन्दपुराण के मतानुसार जो भी व्यक्ति जानकर भी कृष्ण जन्माष्टमी व्रत को नहीं करता,…
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वेदों में बताया है, कि “ईश्वर में सैकड़ों हजारों गुण हैं। बहुत उत्तम उत्तम गुण हैं।” उनमें से दो-चार मुख्य…
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