ईश्वर की उपासना के आठ अंग//यम , नियम, आसन, प्राणायाम, प्रत्याहार, धारणा, ध्यान और समाधि,अहिंसा वैर भाव छोड़कर सबसे प्रेमपूर्वक व्यवहार करना और किसी को भी अपने व्यवहार से मानसिक अथवा शारीरिक दुख नहीं देना |सत्य जैसे मन मे ज्ञान हो
ओम् ईश्वर की उपासना के आठ अंग इन के अनुष्ठान से अविद्यादि दोषों का क्षय और ज्ञान के प्रकाश की वृद्धि होने से जीव यथावत् मोक्ष को प्राप्त हो जाता…