ଆମେ ଚାଲୁଥିବା ସମୟରେ ଦୁଇପାଦ ଭିତରେ ତଫାତ ଅନେକ ଥାଏ ଗୋଟିଏ ପାଦ ଆଗକୁ ତ ଗୋଟିଏ ପାଦ ପଛକୁ ନା କେବେ ଆଗରେ ଥିବା ପାଦ…
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ଆମେ ଚାଲୁଥିବା ସମୟରେ ଦୁଇପାଦ ଭିତରେ ତଫାତ ଅନେକ ଥାଏ ଗୋଟିଏ ପାଦ ଆଗକୁ ତ ଗୋଟିଏ ପାଦ ପଛକୁ ନା କେବେ ଆଗରେ ଥିବା ପାଦ…
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श्रीमद् भागवतम् भाव भागवत कहती है , कि संसारी व्यक्ति अपने जीवन में केवल लौकिक सम्बन्धों को निभाने और उन्हें…
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संसार के लोगों में बहुत से दोष भी होते हैं, और गुण भी। “दोष सदा दुख ही देते हैं, स्वयं…
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।। हनुमान ।।जन्मस्थान- सुमेरु पर्वतवर्ग- किंपुरुषगण – वानरमाता- अंजना (शापित पुंजिक्स्थला)पिता- केसरीमानस पिता- महारुद्र शिव(ग्यारहवें रुद्र)संरक्षक पिता- मरुद्गण(पवनदेव)कार्यस्थान- किष्किंधा व…
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ज्ञान के बाद यदि अहंकार का जन्म होता है तो वह ज्ञान जहर के समान है किन्तु ज्ञान के बाद…
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संसार में सत्य और झूठ सदा से चलते आ रहे हैं, आज भी चल रहे हैं, और आगे भी चलेंगे।…
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अमर” या चिरंजीवी का मतलब ऐसे व्यक्ति से है जिन्हें हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार अमरत्व का वरदान प्राप्त है…
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मनुष्य की सम्पत्ति न दौलत है न धन है, उसकी सम्पत्ति तो उसका हंसता हुआ परिवार और संतुष्ट मन है.!…
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ଭଗବାନ ଶିବ କାହିଁକି କ୍ରୋଧିତ ହୁଅନ୍ତି?, ଜାଣନ୍ତୁ ଶିବ ପୁରାଣରେ ଥିବା ଏହି ୫ ଟି କାରଣ ଶିବ ପୁରାଣ ଅନୁଯାୟୀ ଶିବଙ୍କୁ ତ୍ରିଦେବରେ ସବୁଠାରୁ ଶକ୍ତିଶାଳୀ…
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नमक .एक बार सत्यभामा जी ने भगवान श्रीकृष्ण से पूछा, “मैं आप को कैसी लगती हूँ ?”.भगवान जी ने कहा,…
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