उतना ही लो थाली मेंव्यर्थ न जाये नाली में//रामायण के अनुसार सीता खोज के समय हनुमानजी ने जब रावण की रसोई मेंं प्रवेश किया तब रावण की जूठी थाली देख कर हनुमानजी समझ गये कि रावण की मृत्यु निकट आ गई है, क्योंकि रावण ने थाली में दही जूठा छोड़ रखा था।

रामायण के अनुसार सीता खोज के समय हनुमानजी ने जब रावण की रसोई मेंं प्रवेश किया तब रावण की जूठी थाली देख कर हनुमानजी समझ गये कि रावण की मृत्यु…

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ଅନ୍ତରର କଥା ବୁଝିପାର ବୋଲି,ତୁମେ ପରା ଅନ୍ତର୍ଯ୍ୟାମୀ।ତୁମେ ମାତା ପିତା ବନ୍ଧୁ ସଖା ଭ୍ରାତା,ଜୟ ଜଗନ୍ନାଥ ସ୍ବାମୀ।।

ଅନ୍ତରର କଥା ବୁଝିପାର ବୋଲି,ତୁମେ ପରା ଅନ୍ତର୍ଯ୍ୟାମୀ।ତୁମେ ମାତା ପିତା ବନ୍ଧୁ ସଖା ଭ୍ରାତା,ଜୟ ଜଗନ୍ନାଥ ସ୍ବାମୀ।। ପୋଖରୀ ଗୋଟିଏ। ହଂସ ଖୋଜେ ମୋତି ଆଉ ବଗ ଖୋଜେ ମାଛ।ସମସ୍ତଙ୍କ ଚିନ୍ତାଧାରା ଅଲଗା ଅଲଗା।ଆପଣଙ୍କ ଚିନ୍ତାଧାରା ଆପଣଙ୍କୁ ହିଁ ବଡ ବନାଏ।ଯଦି…

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दया की महिमा//किसी भी जीव को कष्ट नहीं देना चाहिये। सभी जीवों पर दया करनी चाहिये। जो जीवों पर दया करता है, उस पर भगवान् प्रसन्न होते हैं।

दया की महिमा .एक बहेलिया था। चिड़ियों को जाल में या गोंद लगे बड़े भारी बाँस में फँसा लेना और उन्हें बेच डालना ही उसका काम था। चिड़ियों को बेचकर…

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ଶ୍ରୀମନ୍ଦିର ରେ ଚୈତ୍ର ଦ୍ବିତୀୟ ମଙ୍ଗଳବାର//ରାତ୍ର ତିନିଘଡି ଥାଇ ମନ୍ଦିର ଦ୍ବାରଫିଟା ପରେ ମଙ୍ଗଳ ଆଳତି, ଭିତର ଶୋଧ, ସ୍ନାନ, ବେଶ, ଚନ୍ଦନ ଲାଗି ପରେ ସୂର୍ଯ୍ୟପୂଜା, ବଲ୍ଲଭ ନୀତି କରାଯାଏ। ବଲ୍ଲଭ ନୀତି ପରେ ପ୍ରାରମ୍ଭିକ ସମୟରେ ସକାଳ ଧୂପ କରାଯାଏ, ମା ଶାରଳା ପୀଠ ରୁ ଆସିଥିବା ରାଉଳ ସେବକ ମାନେ ଓ ଭୋଇ ସେବକ ମାନେ ମା’ ଙ୍କର ଆଜ୍ଞାମାଳ ପାଇବା ପର ଘଣ୍ଟ, ଢୋଲ ଓ କାହାଳୀ ମଧ୍ଯରେ ପ୍ରାଚୀ ନଦୀ ର ଘଟତୋଳା ତୁଠ କୁ ଗମନ କରିଥାନ୍ତି..

ଚୈତ୍ର ଦ୍ବିତୀୟ ମଙ୍ଗଳବାର (ଦ୍ବିତୀୟ ପାଳି ଯାତ୍ରା) ରାତ୍ର ତିନିଘଡି ଥାଇ ମନ୍ଦିର ଦ୍ବାରଫିଟା ପରେ ମଙ୍ଗଳ ଆଳତି, ଭିତର ଶୋଧ, ସ୍ନାନ, ବେଶ, ଚନ୍ଦନ ଲାଗି ପରେ ସୂର୍ଯ୍ୟପୂଜା, ବଲ୍ଲଭ ନୀତି କରାଯାଏ। ବଲ୍ଲଭ ନୀତି ପରେ ପ୍ରାରମ୍ଭିକ ସମୟରେ…

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What mistakes should not be made while returning from the temple,The place where there is a lot of positive energy due to the presence of gods and goddesses.

People associated with Sanatan Dharma go to the temple to worship the gods and goddesses. To fulfill special wishes and to get the blessings of their Ishta Dev, they visit…

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ଦୁନିଆଟା ଦେଖ କେତେ ସ୍ବାର୍ଥପର,କେହି ନୁହେଁ ଏଠି କାହାର।ଲୁହା ବଦଳାଏ ଲୁହାର ଆକ୍ରୁତି,ପକାଇ ନିର୍ଘାତ ପାହାର। ।

ଦୁନିଆଟା ଦେଖ କେତେ ସ୍ବାର୍ଥପର,କେହି ନୁହେଁ ଏଠି କାହାର।ଲୁହା ବଦଳାଏ ଲୁହାର ଆକ୍ରୁତି,ପକାଇ ନିର୍ଘାତ ପାହାର। । ପିଲାମାନଙ୍କୁ କେବେ ବି ଧନୀ ହେବା ପାଇଁ ଶିକ୍ଷା ଦିଅନ୍ତୁ ନାହିଁ, ସେମାନଙ୍କୁ ସବୁବେଳେ ସୁଖୀ ହେବା ପାଇଁ ଶିକ୍ଷା ଦିଅନ୍ତୁ ଏହା…

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पैरों के निशान//बहुत बार हमारे जीवन में बुरा वक़्त आता है , कई बार लगता है कि हमारे साथ बहुत बुरा होने वाला है , पर जब बाद में हम पीछे मुड़ कर देखते हैं तो पाते हैं कि हमने जितना सोचा था उतना बुरा नहीं हुआ-डॉ.विशाल जोशी

आज की कहानी पैरों के निशान जन्म से ठीक पहले एक बालक भगवान से कहता है,” प्रभु आप मुझे नया जन्म मत दीजिये , मुझे पता है पृथ्वी पर बहुत…

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शीतला अष्टमी व्रत//शीतला अष्टमी व्रत चैत्र महीने के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है। जो माता शीतला देवी की पूजा-अर्चना के लिए समर्पित है और उनके आशीर्वाद से रोग, कष्ट और संतान सुख की प्राप्ति होती है। इस दिन बासी भोजन का प्रसाद अर्पित करने की परंपरा है।

सेहत और संतान सुख के लिए शीतला अष्टमी व्रत शीतला अष्टमी व्रत चैत्र महीने के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है। जो माता शीतला देवी की पूजा-अर्चना…

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भ्रम//संसार में जो कुछ भी हो रहा है। वह सब ईश्वरीय विधान है, हम और आप तो केवल निमित्त मात्र हैं, इसीलिये कभी भी ये भ्रम न पालें कि मै न होता तो क्या होता !!

भ्रम एक बार कागज का एक टुकड़ा हवा के वेग से उड़ा और पर्वत के शिखर पर जा पहुँचा। पर्वत ने उसका आत्मीय स्वागत किया और कहा-भाई ! यहाँ कैसे…

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संघर्ष जरूरी है//नीति शास्त्र कहते हैं कि अधम श्रेणी के मनुष्य- कठिनाइयों के भय से किसी उत्तम कार्य को प्रारंभ ही नहीं करते । मध्यम श्रेणी के मनुष्य – कार्य को तो प्रारंभ करते हैं पर विघ्नों को आते देख घबराकर बीच में ही छोड़ देते हैं I

आपके लिए मेरे हृदय की बात संघर्ष जरूरी हैनीति शास्त्र कहते हैं कि अधम श्रेणी के मनुष्य- कठिनाइयों के भय से किसी उत्तम कार्य को प्रारंभ ही नहीं करते ।…

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