ବଳବାନ ବ୍ୟକ୍ତି ନା ଗର୍ବ କରିଥାଏ ନା ଅହଙ୍କାରୀ ପରି ବ୍ୟବହାର କରିଥାଏ .ଯିଏ ପ୍ରକୃତରେ ବଳବାନ ସିଏ କେବଳ ମୋ ପ୍ରଭୁ ରାମଚନ୍ଦ୍ର ଙ୍କ ପରି ଶାନ୍ତ ,ସରଳ ଆଉ ବିନୟୀ ହୋଇଥାଏ !!”

ବଳବାନ ବ୍ୟକ୍ତି ନା ଗର୍ବ କରିଥାଏ ନା ଅହଙ୍କାରୀ ପରି ବ୍ୟବହାର କରିଥାଏ .ଯିଏ ପ୍ରକୃତରେ ବଳବାନ ସିଏ କେବଳ ମୋ ପ୍ରଭୁ ରାମଚନ୍ଦ୍ର ଙ୍କ ପରି ଶାନ୍ତ ,ସରଳ ଆଉ ବିନୟୀ ହୋଇଥାଏ !!" ଧନ , ଯୌବନ ଓ…

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ସାଧ୍ଵୀ ମାଧ୍ବୀକ ମିଠାଫଳ //ବୋହୁ ବାପ ଘରେ ଆଉ ଶାଶୂଘରେ ଏକାଦିନ ରେ ଭୋଜନ କଲେ ଅମଙ୍ଗଳ ହୋଇଥାଏ ।।ଛେଳି ଖୁରାର ଧୂଳି,ଘୁଷୁରି ଗୋଡ଼ ର ଧୁଳି, ଛାଞ୍ଚୁଣି ର ଧୁଳି ଏବଂ ରଜସ୍ପଳା ନାରୀର ପାଦ ଧୁଳି ଠାକୁର ଘରେ ପଡିଲେ ଅଶୁଭ ହୋଇଥାଏ ।।

ଗୀତଗୋବିନ୍ଦର_ପ୍ରଶଂସା ନିଜର କାବ୍ୟ ଗୀତ ଗୋବିନ୍ଦକୁ ପ୍ରଶଂସା କରି ଜୟଦେବ କହିଛନ୍ତି - ରେ ମଧୁ ! ଯେ ପର୍ଯ୍ୟନ୍ତ ଜୟଦେବଙ୍କର ବାଣୀ, ରାଧାକୃଷ୍ଣଙ୍କର ରାସ ବର୍ଣ୍ଣନା ମାଧୁର୍ଯ୍ୟ ଭକ୍ତିମଧୁ ଦେଉଛି , ସେ ପର୍ଯ୍ୟନ୍ତ ତୋର ଚିନ୍ତା କରିବା ବ୍ୟର୍ଥ…

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सूर्य सिद्धान्त//सुधी जनों ! शास्त्रों के अनुसार (21 दिसम्बर) ही मकर संक्रांति है। देखिए महाभारत का प्रमाण :दिनांक 21 दिसंबर 2024 को सूर्य की उत्तरायण गति एवं मकर संक्रान्ति – विद्यासागर वर्मा ‘मुमुक्षु’.पूर्व राजदूत .

उत्तरायण तथा मकर संक्रान्ति की हार्दिक शुभकामनाएँ।( तमसो मा ज्योतिर्मय ! )हे प्रभो ! हमें अन्धकार से प्रकाश की ओर ले चलो। दिनांक 21 दिसंबर 2024 को सूर्य की उत्तरायण…

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कलियुग ही सर्वश्रेष्ठ//एक बार बड़े-बड़े ऋषि-मुनि एक जगह जुटे तो इस बात पर विचार होने लगा कि कौन सा युग सबसे बढिया है. बहुतों ने कहा सतयुग, कुछ त्रेता को तो कुछ द्वापर को श्रेष्ठ बताते रहे.

कलियुग ही सर्वश्रेष्ठएक बार बड़े-बड़े ऋषि-मुनि एक जगह जुटे तो इस बात पर विचार होने लगा कि कौन सा युग सबसे बढिया है. बहुतों ने कहा सतयुग, कुछ त्रेता को…

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चिरकुंवारी नर्मदा की अधूरी प्रेम-कथा//कहते हैं नर्मदा ने अपने प्रेमी शोणभद्र से धोखा खाने के बाद आजीवन कुंवारी रहने का फैसला किया लेकिन क्या सचमुच वह गुस्से की आग में चिरकुवांरी बनी रही या…

चिरकुंवारी नर्मदा की अधूरी प्रेम-कथा कहते हैं नर्मदा ने अपने प्रेमी शोणभद्र से धोखा खाने के बाद आजीवन कुंवारी रहने का फैसला किया लेकिन क्या सचमुच वह गुस्से की आग…

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समाज में हमारी भूमिका//समाज में घट रही प्रत्येक अच्छी-बुरी घटना के प्रति संवेदनशील रहना ही हमें और अधिक सामाजिक बनाता है। अपने साथ-साथ समाज में रह रहे अन्य लोगों की वेदनाओं की चुभन हमारे हृदय में भी होनी ही चाहिए। श्री विजय कुमार शुक्ला अयोध्या

आज का भगवद् चिन्तन 🪷🪷 समाज में हमारी भूमिका🪷🪷 धूप से मुरझाये पौधे के लिए थोड़ा सा जल जीवनदायी बन जाता है एवं नैराश्य की आँच से संतप्त व्यक्ति के…

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जीवन के रंग//मानव जीवन अनेक रंगों से सुसज्जित एक कलाकृति है। यहाँ शांति का सफेद रंग है, खुशहाली का हरा रंग है, सौंदर्य का पीला रंग है, प्रेम का लाल रंग है तो दुःखों का काला रंग भी है। श्री विजय शुक्ला अयोध्या

आज का भगवद् चिन्तन जीवन के रंग मानव जीवन अनेक रंगों से सुसज्जित एक कलाकृति है। यहाँ शांति का सफेद रंग है, खुशहाली का हरा रंग है, सौंदर्य का पीला…

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ପୂତନା ଉଦ୍ଧାର//ରାକ୍ଷସ ବିଚାରଇ ବସି ଏହି ନଗରେ ଯିବି ପଶି ଆକାଶେ ଉଦେ ଦିନକର ଆସୁରି ମାୟାର ଭଣ୍ଡାର,,,ଶ୍ରୀକୃଷ୍ଣ ପୂତନାର ମନକୁ ନିଜ ଆଡ଼କୁ ଆକର୍ଷଣ କରି,,,, ଉପସ୍ଥାପନା – ଗୁରୁ ଚରଣାଶ୍ରିତ ବିଶ୍ଵନାଥ ନାୟକ ୧୮୪୨

ସକାଳର ଭକ୍ତି ଅର୍ଘ୍ୟ ♾️⭕⭕♾️ ରାକ୍ଷସୀ ବିଚାରଇ ବସି। ଏହି ନଗରେ ଯିବି ପଶି।ଆକାଶେ ଉଦେ ଦିନକର। ଅସୁରୀ ମାୟାର ଭଣ୍ଡାର। ମାୟାମୋହିନୀ ରୂପ ଧରି। ତିନିଭୁବନେ ନାହିଁ ସରି।କି ତାକୁ ପଟାନ୍ତର ଦେବା। ଦେଖି ଢଳିବେ ସୁରଦେବା। କବରୀଭାରେ ଫୁଲମାଳ।…

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गीता ज्ञान//कृष्ण अर्जुन को परामर्श दे रहे है कठिन समय में आदमी को प्रेम की जरूरत है,न कि सलाह की।

"कठिन समय में आदमी को प्रेम की जरूरत है,न कि सलाह की।" हमारा अनुभव क्या है?हम अपने कठिन समय में सहयोग चाहते हैं या परामर्श?एक सत्परामर्श भी होता है।ऐसा कोई…

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भगवद्गीता मानव संसार के लिए क्यों महत्वपूर्ण हैं //गीता मनुष्यता को विक्षिप्ति, पागलपन, और आने वाले समय में आत्महत्या की बढ़ती हुयी महामारी से बचाने के लिए क्यों आवश्यक है?आखिर आने वाली विभीषिका का निदान और उपचार क्या है : सांभर श्री विजय शुक्ला अयोध्या

भगवद्गीता मानव संसार के लिए क्यों महत्वपूर्ण हैं ? गीता मनुष्यता को विक्षिप्ति, पागलपन, और आने वाले समय में आत्महत्या की बढ़ती हुयी महामारी से बचाने के लिए क्यों आवश्यक…

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