जीवन में जब भी हम खराब दौर से गुजरते हैं… तब मन में यह विचार जरूर आता है कि, परमात्मा मेरी परेशानी देखता क्यों नहीं है। मेरे दुःख कम क्यों नहीं करता। पर याद रखना…जब परीक्षा चल रही होती तब शिक्षक मौन रहते हैं।
गुस्सा अकेला आता हैं, मगर हमसे सारी अच्छाई ले जाता हैं।
सब्र भी अकेला आता हैं, मगर हमें सारी अच्छाई दे जाता हैं !! परिस्थितियाँ जब विपरीत होती है, तब व्यक्ति का “प्रभाव और पैसा” नहीं “स्वभाव और सम्बंध” काम आते है। जो ईश्वर के सामने झुकता है….
ईश्वर उसे किसी के सामने झुकने नही देता है जिस धागे की ,गांठे खुल सकती है
उस धागे पर कैंची नहीं चलानी चाहिए
किसी की कोई बात बुरी लगे तो,
दो तरह से सोचे ,,
यदि व्यक्ति महत्वपूर्ण है ,
तो बात भूल जाए
और,
बात महत्वपूर्ण है तो,
व्यक्ति को भूल जाए !!
सफलता हमेशा अच्छे विचारों से आती हैं…
और अच्छे विचार आप जैसे अच्छे लोगों के सम्पर्क से आते हैं…
Jai Jai Shree Radhey Shyam
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