यमुना के डूब क्षेत्र में बन रहे चार अवैध फार्म हाउस पर गुरुवार को जिला प्रशासन का बुलडोजर चला। सिकंदरपुर, मोतीपुर और घरबरा में करीब छह घंटे तक चली कार्रवाई के बाद ग्राम सभा की 500 बीघा से अधिक जमीन को कब्जा मुक्त कराया गया। जमीन की कीमत 200 करोड़ रुपये से अधिक आंकी
एडीएम न्यायिक भैरपाल सिंह और सदर तहसीलदार अजय कुमार ने बताया कि जानकारी मिली थी कि सिकंदरपुर में यमुना के डूब क्षेत्र में ग्राम सभा की सरकारी जमीन पर अवैध रूप से कब्जा कर दो फार्म हाउस का निर्माण किया जा रहा है। भू माफिया यहां पर फार्म हाउस बना रहे हैं, वेदा फार्म हाउस ने 72 बीघा जमीन पर कब्जा किया हुआ था, जबकि लोटस ने 150 बीघा जमीन कब्जाई हुई
यह ग्राम सभा की जमीन है। यहां पर भू माफिया लोगों को भी जमीन खरीदने के लिए भ्रमित कर रहे हैं। इसके अलावा मोतीपुर में 250 बीघा और घरबरा में 100 बीघा में फार्म हाउस का निर्माण किया जा रहा था। गुरुवार को सूचना मिलने पर टीम मौके पर पहुंची। टीम ने मौके पर अवैध निर्माण होता पाया । भू माफिया फार्म हाउस का निर्माण कर रहे थे, उन्होंने कई मीटर लंबी सड़क का निर्माण तक कर लिया था। प्रशासन के मुताबिक लंबे समय से फार्म के निर्माण का कार्य किया जा रहा था। प्रशासन की टीम को देखते ही भू माफिया मौके से फरार हो गए। प्रशासन के मुताबिक कब्जामुक्त कराई जमीन की कीमत 200 करोड़ रुपये आंकी गई।
शाम छह बजे तक कार्रवाई
सदर तहसील प्रशासन की टीम करीब 11 बजे टीम मौके पर पहुंची। अवैध निर्माण कार्यों का जायजा लेने के बाद छह जेसीबी को मौके पर बुलाया गया और ध्वस्त करने की कार्रवाई शुरू की गई। फार्म हाउस के लिए बनी सड़क और दीवारों को पूरी तरह से ध्वस्त कर दिया। शाम छह बजे कार्रवाई पूरी हुई
source Hindustan Times