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शारदीय नवरात्रऐ प्रारंभ घट स्थापना एवं महाराजा अग्रसेन जयंती की आपको हार्दिक शुभकामनाएं;

जिस डर से आत्मविश्वास की हानि होने लगे ,
” तब उस “_
डर का अंत करना आवश्यक हो जाता है..!!

जिंदगी में आप कितने भी सही क्यों ना हो ,
” लेकिन “_
लोग आपकी एक गलती को ही याद रखते हैं..!!
विश्वास और प्रेम में एक ही समानता है ,
” क्योंकि “________
दोनों में से किसी को भी जबरदस्ती पैदा नहीं किया जा सकता..!!


दो पल की ज़िंदगी है इसे जीने के सिर्फ दो उसूल बना लो
रहो तो फूलों की तरह और बिखरो तो खुशबू की तरह



“सोच कर बोलना”
और
“बोल कर सोचना”मात्र दो “शब्दों” का आगे पीछे इस्तेमाल से ही परिणाम”बदल जाते है…
किसी शांत और विनम्र व्यक्ति से अपनी तुलना करके देखिए…
“तब”
आपको लगेगा कि आपको अपना अहंकार निश्चित ही त्याग देना चाहिए…

डिग्रियां तो आपकी पढ़ाई के खर्चे की रसीद हैं.
ज्ञान तो वही है जो आपके किरदार से झलकता है.

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