महाभारत में, जरासंध मगध का एक शक्तिशाली राजा था, जो श्रीकृष्ण का प्रबल शत्रु था और कंस का ससुर था, जिसने श्रीकृष्ण को परेशान करने के लिए कई बार आक्रमण किया था, लेकिन हर बार उसे हार का सामना करना पड़ा.
जरासंध की कहानी:
जन्म:
जरासंध का जन्म रहस्यमय था। राजा बृहद्रथ की दो पत्नियों ने आधे-आधे बच्चे को जन्म दिया था, जिन्हें जरा नाम की एक राक्षसी ने जोड़कर एक पूर्ण बालक बनाया, जिसका नाम जरासंध पड़ा.
शक्ति और क्रूरता:
जरासंध अत्यंत शक्तिशाली और क्रूर था, उसने कई राजाओं को बंदी बना लिया था और चक्रवर्ती सम्राट बनने के लिए उनकी बलि देना चाहता था.
कंस से संबंध:
जरासंध, कंस का ससुर था, जिसने कंस की दो बेटियों अस्ति और प्राप्ति से विवाह किया था.
श्रीकृष्ण से शत्रुता:
श्रीकृष्ण द्वारा कंस के वध के बाद, जरासंध ने श्रीकृष्ण से घृणा करना शुरू कर दिया और उन्हें मारने के लिए मथुरा पर 17 बार आक्रमण किया, लेकिन हर बार उसे हार का सामना करना पड़ा.
वध:
अंततः, श्रीकृष्ण ने भीम के साथ मिलकर जरासंध का वध करने की योजना बनाई। भीम ने जरासंध के साथ मल्लयुद्ध किया और अंततः जरासंध को मार गिराया.
जरासंध की मृत्यु:
श्रीकृष्ण ने भीम को संकेत दिया की जरासंध के शरीर के दोनों हिस्सों को अलग-अलग दिशाओं में फेंके। श्रीकृष्ण का संकेत समझकर भीम ने वैसा ही किया और जरासंध मारा गया.
जरासंध का वध:
भीम ने 13 दिन तक कुश्ती लड़ने के बाद जरासंध को पराजित कर उसका वध किया था.
