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ग्रेटर नोएडा की ऐतिहासिक पावन धरा पर श्री कल्कि जयन्ती व श्री कृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव का आयोजन

ग्रेटर नोएडा की ऐतिहासिक पावन धरा पर श्री कल्कि मंदिर – कल्कि धाम पर श्री कल्कि जयन्ती व श्री कृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव बड़े ही धूमधाम से मनाया गया।
कार्यक्रम के आयोजक कल्कि फाउन्डेशन ट्रस्ट के संस्थापक व श्री कल्कि मंदिर कल्कि धाम के व्यवस्थापक वरुण रस्तौगी जी ने कार्यक्रम की भव्यता एवं सफलता के लिए सहयोग करने वाले सभी प्रभुजनों का धन्यवाद व्यक्त किया। उन्होंने बताया कि इस कलयुग में कल्कि अवतार भगवान श्री हरि विष्णु जी का पहला ऐसा अवतार है जिसमें उनकी पूजा और मूर्ति स्थापना, मंदिर बनना उनके जन्म लेने से पहले ही होने लगा है।कार्यक्रम प्रातः भव्य श्रृंगार के साथ प्रारंभ हुआ, जिसमें व्यवस्थापक वरुण रस्तौगी जी की माता जी आदरणीय अंजू रस्तौगी जी के द्वारा बनाई गई पोशाक से अलौकिक, भव्य, दिव्य एवं मनमोहक श्रृंगार किया गया, उसके बाद कलयुग युगावतार भगवान श्री कल्कि जी, सुदर्शन चक्र धारी योगेश्वर भगवान श्री कृष्ण व लड्डू गोपाल जी के दिव्य दर्शन कर सभी उपस्थित भक्तजनों ने मनोकामना पूर्ति के लिए भगवान से प्रार्थना की, उसके बाद श्री कल्कि मंदिर के पुजारी आदरणीय पंडित इन्द्रभान तिवारी जी के द्वारा विधिविधान से पूजा – पाठ, महायज्ञ व भव्य आरती की गई। महा प्रसाद के साथ साथ मंदिर में भजन कीर्तन प्रारंभ हुआ। जन्माष्टमी पर धनिया पंजीरी का प्रसाद डिलिशियस एन्ड डेलीकेसिस बाये मिशी खुराना जी की और से वितरित किया गया। शाम को श्री राधा कृष्ण जी गोपियों संग व श्री कल्कि भगवान की मनोहारी झाकियाँ, बच्चों द्वारा बनाई गई, बच्चों के रूप में भगवान को देखकर सभी उपस्थित भक्तगण आनंदित हो गए, श्री कृष्ण और श्री कल्कि जी के भजनों पर हर कोई झूम रहा था, उसके बाद मंदिर परिसर में दीप प्रज्जवलन किया गया, जगमग रौनक देखकर ऐसा लग रहा था कि आज से ही दीपावली शुरू हो गई हो। दीप प्रज्जवलन के बाद महा आरती और प्रसाद वितरण कर भव्य एवं विशाल कार्यक्रम का समापन किया गया। कार्यक्रम में विशेष सहयोग मिशी खुराना जी का रहा, साथ में गरिमा रस्तौगी जी, राशि गुप्ता जी, नीशु चौधरी जी, मधु शर्मा जी, रजत रस्तौगी जी, मेहरबान सिंह जी, राजेश कुमार जी, सुशील त्यागी जी का सहयोग रहा।

भगवान महाविष्णु जी के 24 अवतारों में से प्रमुख अवतारों में दसवें निष्कलंक कलयुग युगावतार श्री कल्कि भगवान का ये अद्भुत मंदिर , जो उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर जिले में है, जहां होती है अपार कृपा, विश्व का एकमात्र मंदिर है जहां दानपात्र नहीं है , भक्तों की मुराद पूरी होने पर आप मंदिर के विकास कार्यों में सहयोग कर सकते हैं, एक बार अवश्य आएं और पुण्यलाभ प्राप्त करें।
आपको बतादें की भारत में कल्कि भगवान के कई सौ मंदिर हैं जिनमें प्रमुख मंदिर उत्तर प्रदेश के सम्भल जिले में “प्राचीन श्री कल्कि विष्णु मंदिर” है। शास्त्रों के अनुसार कल्कि नगरी सम्भल में ही कल्कि अवतार होना है। प्रत्येक वर्ष कल्कि जयंती महोत्सव सभी कल्कि मंदिरों में बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है। श्रद्धालु दूर दूर से सम्भल में इस उत्सव में शामिल होते हैं। उसके बाद बाकी सभी मंदिरों में ये महोत्सव मनाया जाता है।
अंनतकोटी ब्रह्मांड नायक राजाधीराज परमब्रह्म जगतगुरु सम्भल सरकार कलयुग युगावतार श्री कल्कि भगवान की जय ।। जय श्री कल्कि।।

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