कानपुर के डीएम आफिस में रौब के साथ पहुंचे युवक ने खुद को डिप्टी एसपी बताया और कहा कि बंदूक का लाइसेंस बनवाना है. इस पर डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह ने उससे आईडी कार्ड मांगा. युवक भी तैयारी से था, उसने झट से अपना आईडी दिखा दिया. डीएम ने उसे प्यार से बैठाया और उसके आईडी का सत्यापन करवा लिया. इसके बाद जो हुआ कोई सोच नहीं सकता.”
खुद को हरियाणा का डिप्टी एसपी बताते हुए बंदूक का लाइसेंस बनवाने डीएम के पास पहुंचे युवक के नखरे गजब थे. उसने जनता दर्शन कार्यक्रम में पहुंचकर खुद को हरियाणा कैडर का पीपीएस अधिकारी धर्मेंद्र शर्मा बताया था. उसे बंदूक का लाइसेंस बनवाना था. डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह ने उससे आईडी कार्ड मांगा तो धर्मेंद्र ने कार्ड प्रस्तुत कर दिया. डीएम ने देखा कि आईडी पर गृह मंत्रालय के साथ ही चकेरी थाने की मोहर लगी है. इससे उन्हें शक हुआ तो उन्होंने कार्ड का सत्यापन कराया.”
जिलाधिकारी कार्यालय के कंप्यूटर प्रोग्रामर रणधीर सिंह ने बताया कि सत्यापन में यह आईडी कार्ड फर्जी साबित हो गया. इसके बाद युवक के खिलाफ कोतवाली में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. यह मुकदमा जिला अधिकारी के आदेश के बाद दर्ज किया गया है. शिकायत में बताया गया है कि धर्मेंद्र शर्मा नामक युवक जिलाधिकारी के जनता दर्शन कार्यक्रम में पहुंचा था और वह खुद को हरियाणा कैडर का पीपीएस अधिकारी बता रहा था. उसने बंदूक का लाइसेंस देने को कहा था. उसने अपना आईडी कार्ड डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह को दिखाया था.
Source News 18 Desk