किशोरावस्था से ही मेरे जीवन का एक स्वप्न था जो कभी साकार नहीं हुआ। विगत जन्मों में अधिक अच्छे कर्म नहीं किये थे इसलिए इस जन्म में बहुत अधिक संघर्ष और बहुत अधिक कष्टों का सामना करना पड़ा। लेकिन अब कोई क्षोभ या मलाल नहीं है।जो गुज़र गया सो गुज़र गया, उसे याद करके ना दिल दुखा -कृपा शंकर
कृपा शंकर२२ जनवरी २०२३ जो गुज़र गया सो गुज़र गया, उसे याद करके ना दिल दुखा ---.किशोरावस्था से ही मेरे जीवन का एक स्वप्न था जो कभी साकार नहीं हुआ।…