पत्रकारों के हक की आवाज़ बनेगा नया संगठन, 19 जुलाई को शामली से होगी राष्ट्रीय स्तर पर घोषणा
सूत्रों के हवाले से बड़ी खबर, पत्रकार उत्पीड़न के खिलाफ देशभर में शुरू होगा आंदोलन
शामली। पत्रकारों पर लगातार हो रहे उत्पीड़न और अत्याचार के खिलाफ अब एक बड़ी और संगठित आवाज़ उठने जा रही है। विश्वसनीय सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार, आगामी 19 जुलाई को शामली जनपद से एक राष्ट्रीय स्तर के पत्रकार संगठन की औपचारिक घोषणा की जाएगी, जो न केवल शामली बल्कि देशभर के पत्रकारों के हक और सम्मान की लड़ाई लड़ने का कार्य करेगा।
इस संगठन की नींव उस पीड़ा और आक्रोश से रखी जा रही है जो पिछले कुछ वर्षों में पत्रकारों के साथ हुए दुर्व्यवहार, हमले और प्रशासनिक उत्पीड़न के रूप में सामने आया है। यह संगठन एक ऐसा मंच प्रदान करेगा जो पत्रकारों की सुरक्षा, स्वतंत्रता और सम्मान के लिए संघर्ष करेगा, और हर स्तर पर पत्रकारों की आवाज़ को बुलंद करेगा।
शामली से उठेगी राष्ट्रीय आंदोलन की चिंगारी
बताया जा रहा है कि यह संगठन शामली जनपद को मुख्य आधार बनाकर पूरे भारतवर्ष में सक्रिय पत्रकारों को संगठित करने का कार्य करेगा। पत्रकारों की समस्याओं को सरकार और प्रशासन के समक्ष मजबूती से रखने के साथ-साथ, अवैध गिरफ्तारियों, झूठे मुकदमों, जानलेवा हमलों और प्रशासनिक दमन के खिलाफ आवाज़ बुलंद की जाएगी।
हर पत्रकार के लिए बनेगा एक मज़बूत ढाल
यह संगठन पत्रकारों की सामाजिक, आर्थिक और कानूनी सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए विशेष रणनीति तैयार करेगा। पत्रकारों के हितों की रक्षा हेतु यह संगठन प्रेस की स्वतंत्रता, लोकतांत्रिक अधिकारों और अभिव्यक्ति की आज़ादी को सर्वोच्च प्राथमिकता देगा।
कंधे से कंधा मिलाकर होगा संघर्ष
सूत्रों के अनुसार, यह संगठन किसी भी पत्रकार के साथ हुए अन्याय पर चुप नहीं बैठेगा, बल्कि हर मोर्चे पर कंधे से कंधा मिलाकर लड़ाई लड़ेगा। चाहे वह सड़क हो, अदालत हो या संसद, संगठन पत्रकारों की आवाज़ को वहां तक पहुंचाने का कार्य करेगा जहां से न्याय की उम्मीद हो।
पूरे देश के पत्रकारों से की जाएगी एकजुटता की अपील
शामली से निकलने वाला यह संगठन सभी पत्रकारों से अपील करेगा कि जाति, धर्म, क्षेत्र और विचारधारा से ऊपर उठकर इस मुहिम में शामिल हों और एक मज़बूत पत्रकार एकता की मिसाल कायम करें। यह समय है जब पत्रकारों को एकजुट होकर अपने अधिकारों और सुरक्षा की लड़ाई स्वयं लड़नी होगी। आगामी 19 जुलाई को शामली से होने वाली यह ऐतिहासिक घोषणा पत्रकारिता जगत में एक नए युग की शुरुआत मानी जा रही है। यह संगठन उन तमाम पत्रकारों की उम्मीद बनकर उभरेगा जो आज अन्याय, दमन और खामोशी की चक्की में पिस रहे हैं। आने वाले समय में यह संगठन पत्रकारों की आवाज़, सुरक्षा और सम्मान का राष्ट्रीय प्रतीक बन सकता है।
नजरें अब 19 जुलाई पर टिकी हैं, जब पत्रकारिता को मिलेगा एक नया सारथी, एक नई शक्ति और एक नया स्वरूप!
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