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एक चिंतन…………………………….

एक उम्र होती है , जब सिर्फ रूप रंग महत्वपूर्ण होता है..!!

एक उम्र होती है , जब विचार महत्वपूर्ण होते हैं..!!
“ओर “_
एक उम्र के बाद , सिर्फ साथ ” महत्वपूर्ण ” होता है..!!

जीवन के इस सफर में कामना करें कि जो मिले हैं , उनका हाथ और साथ कभी नहीं छूटे..!!!

किसी की अच्छाई का इतना भी फायदा मत उठाओ, कि उसे अपनी अच्छाई से नफरत हो जाए..!!!

. स्कूलो में लिखा होता है, असूल तोडना मना है। बागों में लिखा होता है फूल तोडना मना है। खेलों में लिखा होता है ,रूल तोडना मना है। काश रिश्ते, परिवार, दोस्ती में भी यह लिखा हो कि छल करना मना है। कड़वा सच👉 90% रिश्तेदारों-अपनों में किसी न किसी के प्रति जलन और इर्षा की भावना रहती है चाहे वो कितना ही करीब हो।

आनन्द वहां नहीं जहां धन ‌मिले, आनन्द वहां है जहां मन मिले। कोई चाहे कितना भी खूबसूरत हो लेकिन, अगर वो दूसरे के प्रति समर्पण की भावना रखना नहीं जानता तो कचरा है।

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