।। मंगलमय छठ पूजा ।।
श्रद्धा, समर्पण, आस्था व नव सृजन के महत्व पर बल देने वाले अतुलनीय भक्ति के सूर्य उपासना के महापर्व छठ पूजा की आपसभी को हार्दिक शुभकामनाएँ।
भगवान भास्कर और छठी मइया के पावन आशीर्वाद से चराचर जगत सुख, समृद्धि व सौभाग्य के आलोक से आलोकित रहे, यही प्रार्थना है।
छठ डूबते सूर्य की आराधना का पर्व है। डूबता सूर्य इतिहास होता है, और कोई भी सभ्यता तभी दीर्घजीवी होती है जब वह अपने इतिहास को पूजे।
अपने इतिहास के समस्त योद्धाओं को पूजे और इतिहास में अपने विरुद्ध हुए सारे आक्रमणों और षड्यंत्रों को याद रखे।
छठ उगते सूर्य की आराधना का पर्व है। उगता सूर्य भविष्य होता है, और किसी भी सभ्यता के यशश्वी होने के लिए आवश्यक है कि वह अपने भविष्य को पूजा जैसी श्रद्धा और निष्ठा से सँवारे।
हमारी आज की पीढ़ी यही करने में चूक रही है, पर उसे यह करना ही होगा। यही छठ व्रत का मूल भाव है।
मेरे देश की सभी छठ व्रतियों! जब आदित्य आपकी सिपुलि में उतरें, तो उनसे कहिएगा कि इस देश, इस संस्कृति पर अपनी कृपा बनाये रखें, ताकि हजारों वर्ष बाद भी हमारी पुत्रवधुएँ यूँ ही सज-धज कर गंगा के जल में खड़ी हों और कहें :-
उग हो सुरुज देव, भइले अरघ के बेर!
जय छठी मैया