खबर दिल हिला देने वाली है…
हरियाणा में जिस नवजात बच्ची को उसके अपने मां-बाप ने ठंडी रात में खेत में लावारिस छोड़ दिया, उसी मासूम की जान एक कुतिया ने बचा ली।
कहते हैं जहां इंसानियत हार जाती है, वहां कभी-कभी जानवर जीत जाते हैं…
यह घटना भी ठीक वैसी ही है।
ठंडी रात… सूखी घास… सन्नाटा…
एक दुधमुंही बच्ची रोती पड़ी थी—
न मां की गोद नसीब, न कोई सहारा।
उसी खेत में अपने पिल्लों के साथ लेटी एक कुतिया ने जब रोने की आवाज सुनी तो वह धीरे-धीरे पास आई।
और जो काम इंसान को करना था, वह एक जानवर ने कर दिखाया।
कुतिया ने बच्ची को मुंह से उठाकर अपने पिल्लों के बीच सुला लिया, पूरी रात अपने शरीर से लगाकर उसे गर्मी देती रही, जैसे वह उसकी ही मां हो।
सुबह जब लोगों ने यह दृश्य देखा तो हर कोई दंग रह गया—
इंसान ने छोड़ दिया…
जानवर ने बचा लिया।
आज यह तस्वीर एक बड़ा सबक देती है—
इंसानियत के बड़े-बड़े भाषण हम देते हैं, लेकिन दया और दिल कई बार जानवरों में भी उससे ज्यादा मिल जाते हैं।
🙏 कामना है उस नन्ही बच्ची को एक अच्छा घर और सुंदर जीवन मिले…
और उस कुतिया को भी कोई ऐसा दिल मिले जो उसकी वफादारी को समझ सके और उसकी देखभाल कर सके।











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