बीते दिनों में हमने दुनिया में कई जगहों से भूकंप की खबरें सुनी और पढ़ी. 4.6 अरब साल पहले जब पृथ्वी बनी थी,
तो इन्हीं प्लेटों की टक्कर से ऊंचे-ऊंचे पहाड़ बने, हिमालयन रेंज भी इन्हीं में से एक है. इस समय भारत ने भूकंप का नया नक्शा जारी किया है, जिसमें हिमालयन रेंज की प्लेट्स 200 सालों से खिसकी तक नहीं है. इस नक्शे को लेकर देश में हड़कंप मचा हुआ है. दरअसल ऐसा माना जा रहा है कि अगर हिमालयन रेंज की प्लेट्स 200 सालों से खिसकी तक नहीं है. तो इसका मतलब है कि कभी भी बहुत बड़ा भूकंप आ सकता है
भारत सरकार की संस्था ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड्स (BIS) ने नया भूकंप जोखिम नक्शा जारी किया है. ये नक्शा ‘IS 1893 (Part 1): 2025’ नाम के कोड का हिस्सा है और जनवरी 2025 से पूरे देश में लागू हो चुका है. इसका पूरा नाम ‘सीस्मिक जोनेशन मैप’ है, जो देश को भूकंप के खतरे के हिसाब से बांटता है. पुराना नक्शा 2002 का था, जो 2016 में थोड़ा अपडेट हुआ था, लेकिन अब ये नया नक्शा ज्यादा सटीक बनाया गया है. इसका मकसद नई बिल्डिंग्स, ब्रिज, हाईवे और बड़े प्रोजेक्ट्स को भूकंप से बचाना है, ताकि कंस्ट्रक्शन प्रोजेक्ट्स भूकंप में न गिरें और जान-माल का नुकसान कम हो. BIS ने कहा है कि अब से सभी इंजीनियर्स को इस नए नक्शे का इस्तेमाल करना होगा.












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