कुसुमा नाइन इटावा जेल में करीब 20 वर्ष से आजीवन की सजा काट रही थी. एक महीने पहले तबियत खराब होने पर उसे इटावा जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया था. हालत ज्यादा खराब होने पर उसे लखनऊ पीजीआई रेफर कर दिया, जहां उसका लगातार इलाज चल रहा था.
यूपी की कुख्यात डकैत कुसुमा नाइन की इलाज के दौरान मौत हो गई. वह इटावा जेल में हत्या के मामले में उम्रकैद की सजा काट रही थी. 70 के दशक में कुसुमा का यूपी से लेकर एमपी तक के बीहड़ों में आतंक था. उस पर हत्या समेत दर्जनों केस दर्ज थे. 61 वर्षीय कुसुमा को कभी सबसे खूंखार ‘दस्यु सुंदरी’ माना जाता था. बताया जाता है कि कुसुमा की कुख्यात डकैत फूलन देवी से अदावत थी. एक बार कुसुमा ने अपने साथियों संग फूलन को पीट दिया था”

प्राप्त जानकारी के मुताबिक, कुसुमा नाइन ने 2004 में मध्य प्रदेश के भिंड में आत्मसमर्पण किया था. तभी से वह जेल में बंद थी. इस बीच उसे कई बीमारियों ने जकड़ लिया. उम्र का भी असर रहने लगा. इन सबके बीच बीते दिनों लखनऊ के एक अस्पताल में इलाज के दौरान कुसुमा का निधन हो गया.
1970 के दौर में कुसुमा नाइन बीहड़ का जाना माना नाम था. उसे क्रूरता के लिए जाना जाता था. कुसुमा डाकुओं के कई गैंग में शामिल रही थी. कभी माधव एवं धर्मजीत के गैंग में तो कभी विक्रम मल्लाह और लाला राम एवं श्रीराम के गैंग में. माना जाता है कि कानपुर देहात के बेहमई कांड का बदला लेने के लिए वह डाकू बन गई थी”