यह कोई ज़रूरी तो नहीं कि
हर बार शरीर की जांच में
खून कैल्सियम विटामिन
या अन्य ही घटता हो
कभी व्यक्तित्व की भी
रिपोर्ट करवा कर देखना चाहिए
क्या पता….
दया करुणा मानवता दोस्ती
व्यवहारिकता या इंसानियत
भी घट रही हो
वाहिगुरु तेरा है तेरा
ज़िंदगी के सारे तजुर्बे,*
किताबो मे नही मिलते,
रूबरू होना पड़ता है जमाने से,
इन्हे पाने के लिए…
ज़िंदगी हर बेबसी पर मुस्कुराती है
और कहती है की,
अगर आज खुद पर भरोसा करेगा,
तो कल सब तुझ पर भरोसा करेंगे II”
लिखी हुई बात को
प्रत्येक “पढ़ने वाला”
नहीं समझ सकता…।
क्योंकि लिखने वाला
“भावनाएं” लिखता है
और लोग केवल
“शब्द” पढ़ते हैं।
उदास हो तो एक काम किया करो,अपने श्री सतगुरु का सिमरन किया करो*…
*ले डूबेगी तुम्हें आशाएं ज़माने भर की…सिर्फ़ अपनेसतगुरु से बात किया करो… 🪯 🪯 ताती वाओ ना लगई पार बह्म शरणाई, चौ गिर्द हमारे राम का दुख लगे ना भाई, सतगुरु पूरा पेटेया, जिन बढत बड़ाई, राम नाम औ-खद दिया, ए का लिव लाई, तात्ति वाओ ना लगई पार् बह्म…… राख लिए तीन रखनहार, सब ब्याध मिटाई, कहो नानक किरपा पई,प्रभ पै सहाईतात्ति वाओ ना लगई
जो कामयाब होने वाला है, मुश्किलें उसकी ज़िन्दगी का हिस्सा है,
जो कामयाब हो चुका है, मुश्किलें उसकी ज़िन्दगी का किस्सा है,
*नाम मार्ग पर वो ही चल सकता है जिसकी चाबी खुद वो मालिक घुमा दे