जब आप अकेले होते हैं तब अपने विचारों पर ध्यान रखें और जब आप लोगों के साथ होते हैं तब अपने शब्दों पर ध्यान रखें।
आज से हम अपने विचारों और शब्दों पर ध्यान रखें…
एक चिंतन……………………………
जेब की फितरत भी अजीब होती है ,
“क्योंकि”_
जब भरी होती है तो रिश्ते ज्यादा होते हैं , और जब खाली होती है तो अनुभव ज्यादा होते हैं..!!!
बातें कम और काम ज्यादा ( बड़े ) करें ,
“क्योंकि”__
दुनिया को सुनाई कम और दिखाई ज्यादा देता है…!!!
वातावरण को जो महका दे उसे “इत्र” कहते हैं ,
” और “_
जीवन को जो महका दे , उसे ही ” मित्र ” कहते हैं…!!!