आज का भगवद् चिन्तन
बडों का सम्मान करें
आज की युवा पीढ़ी को पसंद नहीं कि कोई उन्हें किसी बात के लिए रोक-टोक करे अथवा कोई उन्हें ये करो,ये मत करो का ज्ञान दे।
एक समय ये भी था जब प्रत्येक कार्य से पूर्व अपने बड़ों की सलाह ली जाती थी लेकिन अब समय बहुत बदल चुका है।
हमारा जीवन उस फुलवारी के समान है जहाँ कोई रोक-टोक करने वाला न हो तो लोग समय-समय पर फूलों को तोड़कर उसके सौंदर्य को ही नष्ट कर देते हैं।
यद्यपि आपको पूरा अधिकार है कि आप अपने जीवन को अपने हिसाब से जियें लेकिन अपने बड़ों की सलाह का भी सदैव सम्मान करें क्योंकि आपके पास ज्ञान है पर उनके पास अनुभव है और अनुभव सदैव ज्ञान से श्रेष्ठ होता है।
यदि आपके पास कोई रोक-टोक करने वाला है तो प्रभु का धन्यवाद दीजिए क्योंकि आप वो फूल हैं जिसकी रक्षा में कोई माली तत्पर है।
जय श्री राधे कृष्ण