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वाहनो की घटती उम्र से उपभोक्ताओं मे बैचेनी सूत्र
ज़ीरो के बाद बीस आता है मिटर मे पेट्रोल डलवाते समय उपभोक्ता को जिरो दिखाया जाता है बस यह जम्प की समस्या पर जिला अधिकारी संज्ञान ले
जिला अधिकारी सहारनपुर कार्यवाही करे संज्ञान ले पेट्रोल संचालको द्वारा उपभोक्ताओं के साथ ठगी सूत्र
हाँ, पेट्रोल पंप संचालकों द्वारा अधिक एथनोल मिलाने से वाहनों की उम्र घट रही है सूत्र यहाँ कुछ कारण हैं
- इंजन की खराबी: अधिक एथनोल मिलाने से ईंधन की गुणवत्ता प्रभावित होती है, जिससे इंजन की खराबी हो सकती है।
- फ्यूल सिस्टम की खराबी: एथनोल फ्यूल सिस्टम के घटकों को नुकसान पहुँचा सकता है, जिससे फ्यूल सिस्टम की खराबी हो सकती है।
- वाहन की दक्षता में कमी: अधिक एथनोल मिलाने से वाहन की दक्षता में कमी आ सकती है, जिससे वाहन की उम्र घट सकती है।
- प्रदूषण में वृद्धि: एथनोल के जलने से अधिक प्रदूषण होता है, जिससे वाहन की उम्र घट सकती है और पर्यावरण भी प्रभावित होता है।
यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि पेट्रोल पंप संचालकों द्वारा अधिक एथनोल मिलाना अवैध है और इसके लिए उन्हें दंडित किया जा सकता है।
पेट्रोल पंप संचालकों द्वारा अधिक एथनोल मिलाने के लिए निम्नलिखित दंड लगाए जा सकते हैं:
- जुर्माना: पेट्रोल पंप संचालकों पर जुर्माना लगाया जा सकता है, जो कि 50,000 रुपये से लेकर 1 लाख रुपये तक हो सकता है।
- लाइसेंस रद्द करना: पेट्रोल पंप संचालकों का लाइसेंस रद्द किया जा सकता है, जिससे वे पेट्रोल पंप का संचालन नहीं कर पाएंगे।
- कारावास: गंभीर मामलों में, पेट्रोल पंप संचालकों को कारावास की सजा भी हो सकती है, जो कि 6 महीने से लेकर 2 साल तक हो सकती है।
- पेट्रोल पंप की सीलिंग: पेट्रोल पंप को सील कर दिया जा सकता है, जिससे वहां पर ईंधन की बिक्री नहीं हो पाएगी।
यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि ये दंड भारतीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस नियमन बोर्ड (पीपीएनजीआरबी) और अन्य संबंधित अधिकारियों द्वारा लगाए जा सकते हैं।भारत सरकार ने पेट्रोल और डीजल में एथनोल मिलाने की नीति बनाई है, जिसका उद्देश्य ईंधन की खपत को कम करना और पर्यावरण को स्वच्छ बनाना है।
पेट्रोल में एथनोल मिलाने की मात्रा:
- 2020 से पहले: 5%
- 2020 से 2022 तक: 10%
- 2022 से आगे: 20%
डीजल में एथनोल मिलाने की मात्रा:
- अभी तक: 0% (लेकिन भविष्य में इसे शुरू किया जा सकता है)
यह नीति भारत सरकार के पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय द्वारा बनाई गई है और इसे समय-समय पर अपडेट किया जाता है।
Source :रिपोर्ट इरशाद खान मुंडन / आदिल मलिक वेस्टर्न हाक