“खूबसूरत लड़कियों की मंडली, बाबा का मोहिनी मंत्र, खींची चली आती थीं औरतें, कन्हैया बनकर नाचता था सूरजपाल?
जानकारी के मुताबिक बाबा के सत्संग में महिलाओं की भागीदारी हर जगह पर सबसे ज्यादा होती है. लेकिन वह क्यों होती है उसके बारे में हमें एक चौंकाने वाला सच पता चला है. बाबा के दरबार में महिलाएं रूपक बनकर आती थीं और बाबा उनके बीच मे नाचता था.
हाथरस सत्संग हादसे के बाद से बाबा भोले को लेकर नए खुलासे.
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[7/5, 11:36] jena bkjena: “कासगंजः उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले के सिकंदराराऊ थाना क्षेत्र में सत्संग के दौरान हादसा होने के बाद से बाबा भोले उर्फ सूरजपाल को लेकर लगातार नए खुलासे हो रहे हैं. इस बीच उसके पड़ोसी गांव की महिला ने एक बड़ा दावा किया है. महिलाओं ने बताया है कि सूरजपाल उर्फ बाबा के पास मोहित कर देने वाला मोहिनी मंत्र है, जिसके सम्मोहन में महिलाएं जकड़ जाती हैं. सूरजपाल बाबा के पड़ोसी गांव चक के लोगों ने कुछ ऐसा राज पर्दाफाश किया, जिसे सुनकर हैरान रह जाएंगे.”
बाबा सूरजपाल को लेकर उसके पड़ोसी गांव की महिलाओं ने बड़े खुलासे किए हैं.
महिलाओं ने दावा किया है कि बाबा के पास एक मोहिनी मंत्र है.
कासगंजः उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले के सिकंदराराऊ थाना क्षेत्र में सत्संग के दौरान हादसा होने के बाद से बाबा भोले उर्फ सूरजपाल को लेकर लगातार नए खुलासे हो रहे हैं. इस बीच उसके पड़ोसी गांव की महिला ने एक बड़ा दावा किया है. महिलाओं ने बताया है कि सूरजपाल उर्फ बाबा के पास मोहित कर देने वाला मोहिनी मंत्र है, जिसके सम्मोहन में महिलाएं जकड़ जाती हैं. सूरजपाल बाबा के पड़ोसी गांव चक के लोगों ने कुछ ऐसा राज पर्दाफाश किया, जिसे सुनकर हैरान रह जाएंगे.
“महिलाओं के बीच नाचता था बाबा
जानकारी के मुताबिक बाबा के सत्संग में महिलाओं की भागीदारी हर जगह पर सबसे ज्यादा होती है. लेकिन वह क्यों होती है उसके बारे में हमें एक चौंकाने वाला सच पता चला है. बाबा के दरबार में महिलाएं रूपक बनकर आती थीं और बाबा उनके बीच मे नाचता था. पड़ोसी गांव की महिलाओं ने बताया कि बाबा के पास एक मोहनी मंत्र है और जैसे ही महिलाएं उसके आसपास जाती हैं तो वह उसके सम्मोहन में जकड़ जाती हैं.
बाबा की मंडली में खूबसूरत महिलाएं
महिलाओं ने दावा किया कि महिलाएं आती थीं, रूपका बनती थीं. बाबा के आसपास रहती हैं. बाबा के पड़ोसी गांव में रहने वाले महेन्द्रपाल ने भी बाबा सूरजपाल पर सवाल उठाकर आरोप लगाए और बताया कि हमने देखा था उनके पास एक से बढ़कर एक सुंदर महिलाएं आती थीं. यह कहां से आती थीं यहां तो ऐसी रासलीला होती है. जैसे मथुरा में होती रहती थीं. यहां गाड़ियां भर-भर के महिलाएं आती थीं. एक से बढ़कर एक सुंदर होती थीं. किसी ने कोई शिकायत नहीं दी है. 15 अगस्त जन्माष्टमी पर यह कन्हैया बनकर झूलते थे.”
Edited by prasant Ray
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