ਸੁੱਖੀ ਉਹੀ ਇਨਸਾਨ ਹੈ ਜੋਂ ਸਭ ਦਾ ਸੁੱਖ ਮੰਗਦਾ ਹੈ,ਸਾਰਿਆਂ ਦਾ ਭਲਾ ਮੰਗਦਾ ਹੈ ਅਤੇ ਦੁੱਖੀ ਉਹੀ ਇਨਸਾਨ ਹੈ ਜੋਂ ਦੂਜਿਆਂ ਦਾ ਸੁੱਖ ਵੇਖ ਕੇ ਦੁੱਖੀ ਹੁੰਦਾ ਹੈ।
सुखी वह व्यक्ति है जो सबकी खुशी चाहता है, सबकी भलाई चाहता है और दुखी वह है जो दूसरों की खुशी देखकर दुखी होता है l
जीवन में केवल दो ही वास्तविक धन हैं!!!
समय और सांसें!!!
और दोनों ही निश्चित और सीमित है!!!
कभी कभी गलत रास्ते, गलत लोग, गलत परिस्थितियां एवं गलत अनुभव भी जरूरी है क्योंकि यही हमे बतातें है की हमारे लिए सही क्या है ।।
अगर किसी ने कभी कोई गलती नहीं की तो इसका तात्पर्य ये है कि उसने कभी कुछ नया करने की कोशिश ही नहीं की।