किसी के कहने से यदि “अच्छा” या “बुरा” होने लगे तो ये संसार या तो “स्वर्ग” बन जाये या पूरी तरह से “नर्क”…इसलिए………
ये ध्यान मत दो की कौन क्या कहता है, बस वो करो जो “अच्छा” है और “सच्चा” है….
जो आनंद शांत रहकर चुप रहने में है,
शायद “_
वो शिकायत करने में नहीं है…!!!
जो उम्र गुजर चुकी है… कोई नहीं लोटा सकता ,
इसलिए
जो बाकी है, उसे खुलकर… जी… लिजिए…!!!
कुछ रिश्तों की कीमत नहीं होती
उनकी अहमियत होती है…!!
मनुष्य का जीवन गीली मिट्टी की तरह है और उसके विचार एक सांचे की तरह ,
” क्योंकि “_
जैसे विचारों में वह डूबा रहता है, उसी सांचे में उसका जीवन ढल जाता है…
वक्त की यारी तो हर कोई करता है मेरे दोस्त ,
” लेकिन “
मजा तो तब आए जब वक्त बदल जाए, और यार ना बदले…
दुनिया की खूबसूरती इंसानों से है,
“और
इंसान की खूबसूरती इंसानियत से है…