सुबह आरंभ है तो, संघर्ष जीवन का
प्रारंभ है।
डगमगा ना जाना कोई, अडिग रहना ही साहस का स्तम्भ है।
ठान लिया हो जिसने, उसके लिए सब कुछ संभव है !!
सुबह आरंभ है…
मुट्ठी में चंद लकीरों का इतराना तो देखिए…
हाथों में हैं फिर भी हाथ में नहीं…
“लोग क्या कहेंगे” यह सोच कर जीवन जीते है,
“भगवान क्या कहेंगे” क्या कभी इसका विचार किया ??”
“प्रार्थना”
प्रेम का वह स्वरूप है, जो
बंद आँखों से ह्रदय के द्वार खोल
देती है…!!
[21/09, 8:03 am] +91 92208 68564:
।। विचार करने योग्य बातें ।।
रिश्ते अगर निभाने हों तो…
पचास ग्राम की जीभ को साठ किलो के शरीर पर हावी ना होने दें…!!
धैर्य रखें…!!!
जैसे हर रास्ते पर कुछ न कुछ परेशानी होती है,
वैसे ही हर परेशानी का कोई न कोई रास्ता होता है।।
बस चलते रहो
परिवार और दोस्त साथ हैं तो,
हर ऋतु बसंत है…
अगर ये ना हो तो “बस-अंत” है…!!
रिश्तों की चाय में शक्कर ज़रा हिसाब से ही रखना,
फीकी हुई तो स्वाद नही आएगा
ज्यादा मीठी हुई तो मन भर जाएगा…
भगवद गीता में बहुत ही सुंदर उपदेश लिखा है :
अगर आप दुःख पर ध्यान देंगे तो आप हमेशा दुःखी रहेंगे और अगर आप सुख पर ध्यान देंगे तो हमेशा सुखी रहेंगे !!!
आप जिस चीज पर ज्यादा ध्यान देंगे, वो चीज तुरंत सक्रिय हो जायेगी और आपके जीवन में प्रवेश करना शुरू कर देगी…यही कुदरत का नियम है !!!!
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