ସନ୍ଦେହ ଏପରି ଏକ ଭୟଙ୍କର ରୋଗ ଯାହାର କୌଣସି ଔଷଧ ନାହିଁ….

ବ୍ରହ୍ମା କହୁଛନ୍ତି-- ସୃଷ୍ଟି ରକ୍ଷାର ସମୟ ଆସିଗଲେ ଭଗବାନ ଧର୍ମ, ବିଷ୍ଣୁ, ମନୁ,ଦେବତା ଓ ରାଜାରୂପରେ ଏବଂ ସୃଷ୍ଟି ପ୍ରଳୟର ସମୟ ଆସିଗଲେ ଅଧର୍ମ, ରୁଦ୍ର ତଥା କ୍ରୋଧବଶ ନାମକ ସର୍ପ ଓ ଦୈତ୍ୟ ଆଦିଙ୍କ ରୂପରେ ନିଜ ମାୟାର ବିଭୂତିମାନଙ୍କୁ…

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निश्च्छल प्रेम//प्रभु कब किस पे अपनी कृपा दृष्टी डाल दें ये कोई नहीं जानता इसलिए हमेशा प्रभुको याद रखना चाहिए चाहे वो सुख हो य़ा दुःख हो.sj. Vijay sukla

निश्च्छल प्रेम प्रभु कब किस पे अपनी कृपा दृष्टी डाल दें ये कोई नहीं जानता इसलिए हमेशा प्रभुको याद रखना चाहिए चाहे वो सुख हो य़ा दुःख हो । एक…

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खुद को कैसे पहचानें? आप को पहचान ने का मात्र एक ही तरीका है और वह है “ध्यान “।

अपने आप को पहचानने का मात्र एक ही तरीका है और वह है "ध्यान "। ध्यान एक जादू है। अगर आप पूरे मन से सही तरीके से ध्यान करते हैं…

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ନିଜେ ଯେତେ ବିଜ୍ଞ ବା ବୁଦ୍ଧିମାନ ହୋଇଥାଅ ପଛକେ, ଗୋଟେ ଗୁରୁତ୍ୱପୂର୍ଣ୍ଣ ନିଷ୍ପତି ନେଲା ବେଳେ, ନିଜ ଆତ୍ମୀୟ ଗୁରୁଜନ ମାନଙ୍କ ସହିତ ଟିକିଏ ପରାମର୍ଶ କରିବା ହିଁ ଉତ୍ତମ ଲକ୍ଷଣ. ନଚେତ କଷ୍ଟ ଭୋଗିବାଟା ଥୟ…

ଜୀବନଟା ବନ୍ଧୁ ବର୍ଷା ଟୋପା ପରିସାରୁ ପତ୍ରେ ଟଳମଳ,କାହାର ଜୀବନ କେତେବେଳେ ଯିବବାନ୍ଧି ପାରିବନି କେଉଁ ବଳ । ଦୁନିଆକୁ ଖୁସି କରିବାରେ ନୁହେଁ ବରଂ ତାକୁ ଖୁସି କରିବାରେ ସମୟ ଦେବା ଦରକାର ଯାହାକୁ ଆମେ ପ୍ରତିଦିନ ଦର୍ପଣରେ ଦେଖୁଛୁ…

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विनम्र अनुरोध है, सार्वजनिक जीवन मे मर्यादा न लांघें, सभ्यता से रहें। vidya Bhaskar diwadi

सार्वजनिक जीवन में मर्यादा से रहें जिस प्रकार किसी को मनचाही स्पीड में गाड़ी चलाने का अधिकार नहीं है, क्योंकि रोड सार्वजनिक है। ठीक उसी प्रकार किसी भी लड़की को…

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पुराणों में लंकादहन के पीछे भी एक ओर रोचक बात जुड़ी है। दरअसल, हनुमानजी शिव अवतार हैं। शिव से ही जुड़ा है यह रोचक प्रसंग।

"हनुमानजी के बारे में जितना लिखा या कहा जाए, वह कम है। जब हनुमानजी ने श्रीराम के आदेश पर लंका में प्रवेश किया तो उन्हें कई बाधाओं का सामना करना…

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इस जमाने से बेशुमार, शिकायतें न किया करो अपनी बदौलत भी कुछ तो, हासिल किया करो.मुकेश कुमार मोदी, बीकानेर, राजस्थान

सुकून की दरग़ाह इस जमाने से बेशुमार, शिकायतें न किया करोअपनी बदौलत भी कुछ तो, हासिल किया करो चढ़ाकर खुद के ऊपर, हिम्मत का मीठा सुरूरमुश्क़िलों का दरिया, बिन डूबे…

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ଯେତେବେଳେ କର୍ତ୍ତା ଅହଂକାର ଏବଂ ଆସକ୍ତି ରହିତ ତଥା ଉତ୍ସାହ ଓ ଦୃଢ଼ସଂକଳ୍ପଯୁକ୍ତ ହୋଇଥାନ୍ତି, ସେତେବେଳେ ତାଙ୍କୁ ସତ୍ତ୍ୱଗୁଣ ସ୍ୱଭାବଯୁକ୍ତ କୁହାଯାଏ॥

ଗୀତାପାଠ ମୁକ୍ତସଙ୍ଗୋଽନହଂବାଦୀ ଧୃତ୍ୟୁତ୍ସାହସମନ୍ୱିତଃ॥ ସିଦ୍ଧ୍ୟସିଦ୍ଧ୍ୟୋର୍ନିର୍ବିକାରଃ କର୍ତା ସାତ୍ତ୍ୱିକ ଉଚ୍ୟତେ॥ ଶବ୍ଦାର୍ଥ:- ଯେତେବେଳେ କର୍ତ୍ତା ଅହଂକାର ଏବଂ ଆସକ୍ତି ରହିତ ତଥା ଉତ୍ସାହ ଓ ଦୃଢ଼ସଂକଳ୍ପଯୁକ୍ତ ହୋଇଥାନ୍ତି, ସେତେବେଳେ ତାଙ୍କୁ ସତ୍ତ୍ୱଗୁଣ ସ୍ୱଭାବଯୁକ୍ତ କୁହାଯାଏ॥ ବ୍ୟାଖ୍ୟା :-ଶ୍ରୀକୃଷ୍ଣ ପୂର୍ବରୁ କର୍ମର ତିନୋଟି ଉପାଦାନ…

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नागों की माता, हनुमान जी की बल-बुद्धि की परीक्षा लेने पहुँची,ॐ हं हनुमते नम:॥

नागों की माता, हनुमान जी की बल-बुद्धि की परीक्षा लेने पहुँची .हनुमान जी को आकाश में बिना विश्राम लिए लगातार उड़ते देखकर समुद्र ने सोचा कि ये प्रभु श्री रामचंद्र…

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ऋषि दुर्वासा का तप भंग करने पहुंची वपु अप्सरा का हुआ ये हाल, पक्षी बनकर गुजारने पड़े सोलह साल”

"पौराणिक कथा: ऋषि दुर्वासा का तप भंग करने पहुंची वपु अप्सरा का हुआ ये हाल, पक्षी बनकर गुजारने पड़े सोलह साल" "पौराणिक काल में कई महान ऋषि हुए जिनके तप…

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