मंत्रियों के लिए 6 करोड़ में खरीदी 30 नई गाड़ियां, अफसरों को मिलेंगे पुराने व्हीकलभोपाल। सरकारी स्तर पर फिजूलखर्ची रोकने की बात तो खूब सुनाई देती हैं, पर जब बात मंत्रियों की आती है तो कहानी कुछ और हो जाती है। बंगला हो या गाड़ी, दोनों की यही स्थिति है। अब गाड़ी को ही देखिए। मंत्रियों के पास 2022 और 2023 मॉडल की इनोवा गाड़ियां हैं। मंत्रियों की गाड़ियां हैं तो स्वाभाविक है कि चमचमा भी रही हैं। इसके बाद भी मंत्रियों को अब नई गाड़ी देने की तैयारी है। उनकी सवारी के लिए 30 नई गाड़ियां खरीदी गई है। सीधे कंपनी से खरीदी गई यह गाड़ियां स्टेट गैरेज में पहुंच भी चुकी हैं। अब इनकी साज-सज्जा का काम चल रहा है। RTO से पंजीयन के बाद अगले माह से उप मुख्यमंत्री और मंत्री नई इनोवा क्रिस्टा गाड़ियों में चलेंगे।*पहली बार इतनी जल्दी बदली गाड़ियां*पहली बार है जब गाड़ियों को इतना जल्दी बदला जा रहा है। मजे की बात यह भी है कि जो वाहन 2023 में खरीदे गए वह पहले विधानसभा चुनाव की आचार संहिता और इसके बाद लोकसभा चुनाव की आचार संहिता के चलते लगभग 4 माह उपयोग में भी नहीं रहे। यानी कितने किलोमीटर चले होंगे या कितने पुराने हुए होंगे समझा जा सकता है।*साज सज्जा पर ढाई लाख खर्च*शासन के सूत्रों के अनुसार जेम पोर्टल के माध्यम से एक गाड़ी लगभग 20 लाख रुपये में खरीदी गई है। अब इनकी साज-सज्जा पर प्रति गाड़ी दो से ढाई लाख रुपये खर्च होंगे। जुलाई में यह वाहन मंत्रियों को आवंटित कर दिए जाएंगे। वहीं, मंत्रियों के पुराने वाहन अधिकारियों को दिए जाएंगे। गृह विभाग के अधिकारियों ने बताया कि ऐसा कोई मापदंड नहीं है कि मंत्रियों के वाहन कितना चलने के बाद बदले जाएंगे। मंत्रिमंडल बनने के बाद ही सरकार ने निश्चित कर लिया था कि मंत्रियों को नए वाहन दिए जाएंगे। तभी से खरीदी प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई थी। अभी जो गाड़ियां मंत्रियों के पास हैं वह भी वरिष्ठता क्रम के अनुसार आवंटित की गई हैं। यानी वरिष्ठ मंत्रियों के पास ज्यादा नई गाड़ियां हैं।
भोपाल। सरकारी स्तर पर फिजूलखर्ची रोकने की बात तो खूब सुनाई देती हैं, पर जब बात मंत्रियों की आती है तो कहानी कुछ और हो जाती है। बंगला हो या गाड़ी, दोनों की यही स्थिति है। अब गाड़ी को ही देखिए। मंत्रियों के पास 2022 और 2023 मॉडल की इनोवा गाड़ियां हैं। मंत्रियों की गाड़ियां हैं तो स्वाभाविक है कि चमचमा भी रही हैं। इसके बाद भी मंत्रियों को अब नई गाड़ी देने की तैयारी है। उनकी सवारी के लिए 30 नई गाड़ियां खरीदी गई है। सीधे कंपनी से खरीदी गई यह गाड़ियां स्टेट गैरेज में पहुंच भी चुकी हैं। अब इनकी साज-सज्जा का काम चल रहा है। RTO से पंजीयन के बाद अगले माह से उप मुख्यमंत्री और मंत्री नई इनोवा क्रिस्टा गाड़ियों में चलेंगे।
पहली बार इतनी जल्दी बदली गाड़ियां
पहली बार है जब गाड़ियों को इतना जल्दी बदला जा रहा है। मजे की बात यह भी है कि जो वाहन 2023 में खरीदे गए वह पहले विधानसभा चुनाव की आचार संहिता और इसके बाद लोकसभा चुनाव की आचार संहिता के चलते लगभग 4 माह उपयोग में भी नहीं रहे। यानी कितने किलोमीटर चले होंगे या कितने पुराने हुए होंगे समझा जा सकता है।
साज सज्जा पर ढाई लाख खर्च
शासन के सूत्रों के अनुसार जेम पोर्टल के माध्यम से एक गाड़ी लगभग 20 लाख रुपये में खरीदी गई है। अब इनकी साज-सज्जा पर प्रति गाड़ी दो से ढाई लाख रुपये खर्च होंगे। जुलाई में यह वाहन मंत्रियों को आवंटित कर दिए जाएंगे। वहीं, मंत्रियों के पुराने वाहन अधिकारियों को दिए जाएंगे। गृह विभाग के अधिकारियों ने बताया कि ऐसा कोई मापदंड नहीं है कि मंत्रियों के वाहन कितना चलने के बाद बदले जाएंगे। मंत्रिमंडल बनने के बाद ही सरकार ने निश्चित कर लिया था कि मंत्रियों को नए वाहन दिए जाएंगे। तभी से खरीदी प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई थी। अभी जो गाड़ियां मंत्रियों के पास हैं वह भी वरिष्ठता क्रम के अनुसार आवंटित की गई हैं। यानी वरिष्ठ मंत्रियों के पास ज्यादा नई गाड़ियां हैं।