जो इंसान किसी को बुरा बनाकर अच्छा बन जाता है, उसे क्या पता कि वक्त वो आइना है, जो चलाक से चलाक इंसान का भी नकाब उतार देता है।
चंदन से वंदन
ज्यादा शीतल होता हैे
योगी होने के बजाय
उपयोगी होना ज्यादा अच्छा हैे
प्रभाव अच्छा होने के बजाय
स्वभाव अच्छा होना
ज्यादा जरूरी है
हँसता हुआ चेहरा
आपकी शान बढ़ाता है
मगर हँसकर किया हुआ कार्य
आपकी पहचान बढ़ाता है
“सोच ये ना रखें की मुझे रास्ता अच्छा मिले,
बल्कि
ये होना चाहिए कि मैं जहां पाव रखूं वो रास्ता अच्छा हो जाए;
जल है तो जीवन है इसका द्रुपुयोग न करें
अच्छा समय और बुरा समय दोनों का
अलग अलग महत्व है, अच्छा समय
लोगों को बताएगा कि आपकी वास्तविकता
क्या है.. और बुरा समय आपको बताएगा
कि लोगों की वास्तविकता क्या है..