सोना कितना भी मूल्यवान क्यों ना हो किन्तु सुगंध फूलों से ही आती है। इसी तरह ज्ञान कितना भी मूल्यवान क्यों ना हो, किन्तु उसकी सुगंध बिना आचरण के नहीं आ सकती। जीवन में चार चीजें मत तोड़िये – विश्वास, रिश्ता, हृदय और वचन।
एक फूल अपने बगल वाले फूल से मुक़ाबला नहीं करता है, वो बस खिलता है।
आज से हम अच्छे से अच्छा करते चलें बिना दूसरों से मुक़ाबला किये…
मैं जो भी अनुभवों से गुजरा वह आसान नहीं थे , लेकिन उन्होंने मुझे एक मजबूत व्यक्ति के रूप में आकार दिया है, जो मैं आज हूं । मैं खुद के अतीत को स्वीकार करने और यह महसूस करने की अनुमति दे सकता हूं कि ब्रह्मांड हमेशा मेरे पक्ष में ही काम कर रही है।